हर-की-पौड़ी जो ब्रम्हकुंड के नाम से प्रसिद्ध है, हरिद्वार के
सर्वाधिक पवित्र एवं प्रसिद्ध स्थल के रूप में जाना जाता है। यही
से गंगा नदी पहाड़ों को छोड़ने के बाद मैदानों में प्रवेश करती है।
हर-की-पौड़ी का निर्माण राजा विक्रमादित्य द्वारा अपने भाई ब्रिथारी की याद में किया गया था, जो गंगा नदी के घाट पर ध्यान लगाया करते थे। यहाँ घाट पर एक पदचिन्ह है जो ऐसा कहा जाता है कि भगवान विष्णु के हैं।
हर-की-पौड़ी का निर्माण राजा विक्रमादित्य द्वारा अपने भाई ब्रिथारी की याद में किया गया था, जो गंगा नदी के घाट पर ध्यान लगाया करते थे। यहाँ घाट पर एक पदचिन्ह है जो ऐसा कहा जाता है कि भगवान विष्णु के हैं।
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