द्वारहाट रामगंगा नदी की सुरम्य घाटी में स्थित है।
द्वारहाट जोकि रानीखेत से लगभग 35 किमी
की दूरी पर इस जगह पर 55 प्राचीन
मंदिर है। ध्वज मंदिर, बद्रीनाथ
मंदिर, मृत्युंजय
मंदिर,मणियन मंदिर, नैथना
देवी मंदिर, औरशक्तिमंदिर
इनमे से ये कुछ नाम हैं।
कहा जाता है की दुर्लभ जड़ी बूटी संजीवनी, शक्ति
मंदिर के परिसर मे ही
पैदा होती है। यह जगह पुरानेजमाने में कटयूरी साम्राज्य की राजधानी थी।
अप्रैल के महीने में यहां आयोजित होने वालावार्षिक बिखौटी
महोत्सव इसकी खूबसूरती को बढ़ाता है। इस जगह केमहत्वपूर्ण त्योहारों में मकर
संक्रांति, बसंत
पंचमी, ओलगिया, कटरुआ, चमगादड़
सावित्री और गंगा दशहरा हैं।
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